लेबर पार्टी के नए सट्टेबाजी घोटाले से ब्रिटेन की चुनावी अखंडता पर काली छाया
कंज़र्वेटिव पार्टी के बाद अब यूके लेबर पार्टी भी सट्टेबाजी के घोटाले में फंस गई है, जिससे उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इस घटना से चुनाव अभियान के दौरान मामला रफ़ा-दफ़ा हो जाए, जो कि शुरू से ही काफी अस्पष्ट रहा है।
Kevin Craig सेंट्रल सफ़ोक और नॉर्थ इप्सविच में एमपी पद की दौड़ में हैं। कंज़र्वेटिव गढ़ के रूप में जानी जाने वाली इस सीट पर पहले Dan Poulter का कब्जा था। Dan Poulter, पहले टोरी के सदस्य थे। उन्होंने चुनाव से पहले लेबर पार्टी से हाथ मिला लिया था। लेकिन अब उन्होंने एक बार फिर चुनाव ना लड़ने का फैसला किया है।
लेबर पार्टी ने Kevin Craig (ऊपर चित्र में) को लेबर पार्टी से सस्पेंड किए जाने की पुष्टि की है। हालांकि, आखिरी चरण में हुए इस सस्पेंशन के बावजूद, उनका नाम अभी भी बैलेट पेपर पर “लेबर पार्टी” के साथ दिखाई देगा।
इसके अलावा, Craig ने Sir Keir Starmer के लेबर पार्टी के नेता बनने के बाद से पार्टी को जो £100,000 डोनेशन दी थी, पार्टी उसे भी वापस करने की योजना बना रही है।
X (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर पोस्ट करते हुए, Craig ने साझा किया कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में “मज़े के लिए अजीबोगरीब दांव लगाने का आनंद लिया है”,
इस समय लेबर पार्टी के मुख्यालय में बेशक उथल-पुथल मच गई है, लेकिन कंजर्वेटिव पार्टी के लिए स्थिति यकीनन ज़्यादा गंभीर है। चुनाव सट्टेबाजी कांड, जिसने शुरू में ऋषि सुनक को निशाना बनाया था, अब लेबर पार्टी के उम्मीदवार को भी अपनी गिरफ़्त में ले चुका है। यह व्यक्ति वर्तमान में जुआ आयोग द्वारा अपनी सट्टेबाजी गतिविधियों के लिए जांच के दायरे में है और उसे तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है।
यूके चुनाव 2024
सम्भावनाएँ
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लेबर बहुमत
सर्वोत्तम ऑड्स: Bet365 के साथ 1/33
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कोई कुल बहुमत नहीं
सर्वोत्तम ऑड्स: Bet365 के साथ 16/1
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कंज़र्वेटिव बहुमत
सर्वोत्तम ऑड्स: Bet365 के साथ 80/1
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अगले चुनाव के बाद प्रधानमंत्री
कीर स्टारमर: विलियम हिल के साथ 1/6 ऋषि सुनक: विलियम हिल के साथ 5/1
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अगली सरकार का गठन
लेबर बहुमत: विलियम हिल के साथ 1/5 लेबर अल्पमत: विलियम हिल के साथ 4/1 कंज़र्वेटिव बहुमत: विलियम हिल के साथ 10/1 कंज़र्वेटिव अल्पमत: विलियम हिल के साथ 10/1
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स्रोत: SiGMA
इस घटनाक्रम से ऐसा लग सकता है कि दोनों पार्टियों को विचलित करने वाले ये घोटाले एक-दूसरे को काट कर स्थिति को संतुलित कर देंगे। लेकिन यह इतना आसान नहीं है। यह कहना आसान है कि सभी राजनेता समान रूप से भ्रष्ट हैं, लेकिन असलियत इससे थोड़ी अलग हो सकती है। यदि सारे आरोप सही हैं, तो कंजर्वेटिव पार्टी को लेबर पार्टी की तुलना में काफी बड़े नुक्सान का सामना करना पड़ेगा।
जुआ आयोग ने जैसे ही चल रही जांच के बारे में पार्टी को सूचित किया, लेबर पार्टी ने Kevin Craig को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया। बताया गया है कि Craig ने चुनाव की तारीख पर नहीं, बल्कि आम चुनाव में अपनी हार पर दांव लगाया था। हालांकि इस हरकत को एक बड़ी गलती के रूप में देखा जा सकता है, जैसा कि Craig ने खुद स्वीकार भी किया है। जब तक कि यह साबित न हो जाए कि वह जानबूझकर हारने की कोशिश कर रहे थे, यह तर्क देना मुश्किल है कि उनके पास अंदरूनी जानकारी थी।
लेबर पार्टी में नई उथल-पुथल
हालाँकि आम चुनावों में सट्टेबाजी कांड काफी आम हैं, लेकिन यह ध्यान रखना दिलचस्प है कि 2019 के यूके आम चुनाव में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया था।
इस बार जुआ आयोग काफी दबाव में है और वह उन सभी उम्मीदवारों के नामों की जांच करेगा जिन्होंने दांव लगाया था। हालाँकि, इस जाँच का नतीजा अभी भी अनिश्चित बना हुआ है।
कंजर्वेटिव पार्टी का सट्टेबाजी कांड ज़्यादा पेचीदा है और पिछले 13 दिनों से चल रहा है।
ऋषि सुनक के सबसे करीबी संसदीय सहयोगी और मोंटगोमेरीशायर के पूर्व सांसद Craig Williams ने चुनाव की तारीख पर सट्टेबाजी करने की बात स्वीकार की। उन्होंने एक ऐसी तारीख पर सट्टा लगाया जिसके बारे में उन्हें पहले से जानकारी थी। उन्होंने किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया और अभी भी जाँच के दायरे में हैं। ब्रिस्टल नॉर्थ वेस्ट की कंजर्वेटिव उम्मीदवार Laura Saunders को भी चुनाव की तारीख पर सट्टेबाजी करने के लिए सस्पेंड कर दिया गया था क्योंकि उनके पति कंजर्वेटिव मुख्यालय में काम कर रहे थे। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान, सुनक ने कहा कि वह चल रही जुआ आयोग की जाँच के कारण किसी भी उम्मीदवार को सस्पेंड नहीं कर सकते। हालांकि, मंत्रियों और विरोधियों के बढ़ते दबाव के चलते उन्हें लोगों को सस्पेंड करना पड़ा।
इससे प्रधानमंत्री के निर्णय और अपने लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में उनकी अनिच्छा के बारे में सवाल उठते हैं। साथ ही उनके करीबी लोग किस तरह के काम कर रहे हैं, इसके बारे में भी चिंताएं पैदा होती हैं। इस स्थिति ने कैबिनेट के भीतर गहरी निराशा पैदा कर दी है।
अब लेबर पार्टी के इन घोटालों की वजह से पार्टी सुनक और उनकी पार्टी पर किसी भी तरह के जवाबी हमले करने की क्षमता खो चुकी है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि मतदाता दोनों पार्टियों के घोटालों को एक-समान मानेंगे या नहीं।